पाकिस्तानी प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने रविवार को "आठ पाकिस्तानियों की क्रूर हत्याओं" की निंदा की, तेहरान से "दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने, उन्हें उचित सजा देने और इस क्रूर कृत्य के पीछे के कारणों को सार्वजनिक करने" का आह्वान किया.
बाबा साहेब अंबेडकर ने वंचित और दलितों के लिए उत्थान के लिए अपनी पूरी जिंदगी लगा दी. अंबेडकर को दुनियाभर में उन लोगों की आवाज के तौर पर पहचाना जाता है, जिनके हक की कोई दूसरा बात तक नहीं करता था. बाबा साहेब ने आजीवन संघर्ष किया और संविधान का मसौदा तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
दिल्ली की पटयाला हाउस कोर्ट में तहव्वुर (Tahawwur Rana) की पेशी के दौरान बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने उसे 18 दिनों के लिए NIA की रिमांड पर भेज दिया. इसके बाद उसे NIA मुख्यालय ले जाया गया. अब NIA की विशेष टीम उससे पूछताछ करेगी.
Tahawwur Rana Landed In India: बता दें कि तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत लाने में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी गई. तहव्वुर साल 2008 के मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी सहयोगी है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहव्वुर राणा की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दिल्ली एयरपोर्ट को भी छावनी में तबदील कर दिया गया है. चाहे बात एयरपोर्ट के अंदर की हो या फिर बाहर की SWAT कमांडो के साथ-साथ विशेष सुरक्षों बलों की तैनाती की गई है.
पाकिस्तान छोड़ने के लिए दबाव झेल रहे अफगानों के काफिले गिरफ्तारी के "अपमान" के डर से सीमा की ओर जा रहे हैं. पाकिस्तान की सरकार को अफगानिस्तान के इन प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई पर व्यापक जन समर्थन मिल रहा है.
Tahawwur Rana Case : NIA ने कोर्ट में तहव्वुर राणा के खिलाफ सारे सबूत रखे. बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 18 दिनों के लिए NIA के रिमांड पर भेज दिया गया.
Tahawwur Rana News: 17 साल पहले जब भारत से तहव्वुर राणा भागा था तो उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी. भारत का खाकर भारत को ही जख्म देने वाला ये पाकिस्तानी-कनाडाई सालों बाद भारत की गिरफ्त में आया है.
इस बिल के पास होने से भारतीय छात्रों के लिए जॉब के अवसर भी लिमिटेड हो सकते हैं, जिससे उन्हें कनाडा या यूरोपीय देशों जैसे देशों में रोजगार की तलाश करनी पड़ सकती है.
RBI Gold Loans Rules: रिपोर्ट में बताया गया कि लोन देने की प्रक्रिया में कई खामियां थीं जैसे सोने की सही वैल्यू न लगाना, लोन की रकम का सही इस्तेमाल न होना और आउटसोर्सिंग में लापरवाही. इसी को देखते हुए RBI अब सख्त और एक जैसी गाइडलाइंस लाने जा रहा है.