
नोएडा: डॉक्टर पर गलत आंख के ऑपरेशन का लगाया था आरोप, अब पीड़ित ने लिया यू-टर्न
ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में अपनी बायीं आंख की सर्जरी कराने गए सात वर्षीय बच्चे के पिता ने पहले दावा किया था कि उसकी दाहिनी आंख की सर्जरी की गई थी.
ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में अपनी बायीं आंख की सर्जरी कराने गए सात वर्षीय बच्चे के पिता ने पहले दावा किया था कि उसकी दाहिनी आंख की सर्जरी की गई थी.
मुर्शिदाबाद में भीड़ ने पुलिस की कई गाड़ियों में आग लगा दी. साथ ही बनियापुर और उमरपुर इलाकों में बड़ी संख्या में घरों में भी तोड़फोड़ की.
आगरा के फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का वित्तीय ऑडिट के दौरान चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है. वित्तीय ऑडिट में सामने आया कि एक महिला का 25 बार प्रसव हुआ और 5 बार नसबंदी कराई गई और महिला को 45000 हजार रुपए का भुगतान कर दिया गया.
कुछ महीने पहले भारत सरकार ने डिजिटल व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा नियमों का मसौदा जारी किया था. उसमें ऑनलाइन या सोशल मीडिया मंचों पर नाबालिग उपयोगकर्ता खाते के निर्माण के लिए माता-पिता की सत्यापन-योग्य सहमति और पहचान को अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव रखा गया था.
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में किसी भी तरह की मजबूती से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये को मजबूती मिलती है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है.
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पदभार संभालने के कुछ ही घंटों के भीतर जन्मजात नागरिकता को समाप्त करने और अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर सैनिकों को तैनात करने का फैसला किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति ने अवैध प्रवासन पर नकेल कसने की कसम खाई है, जो उनके राष्ट्रपति चुनाव अभियान का मुख्य मुद्दा भी रहा है.
कॉमेडियन को मद्रास हाई कोर्ट ने 1 अप्रैल को अंतरिम अग्रिम जमानत दी. अदालत ने उन्हें शर्तों के साथ 7 अप्रैल तक अंतरिम अग्रिम जमानत दी है. कुणाल कामरा ने तमिलनाडु में अपने निवास का हवाला देते हुए अंतरराज्यीय जमानत मांगी थी.
Stock Market Crash: ग्लोबल मार्केट में ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के चलते कोहराम मच गया जिसका असर भारतीय बाजार पर देखने को मिल रहा है.
Farmer Protest: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपना अनशन समाप्त कर दिया है. वो 133 दिनों से अनशन पर थे. रविवार को डल्लेवाल ने अपना भूख हड़ताल समाप्त किया.
JP Morgan predicts US recession: डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ पॉलिसी से अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर बड़ा खतरा मंडराने लगा है. ग्लोबल मार्केट में मची हलचल के बीच अब JP मॉर्गन चेस ने अंदेशा जताया है कि अमेरिका इस साल मंदी की चपेट में आ सकता है.