'पीएम जन औषधि' केंद्र से सस्ती दरों पर मिल रही दवाइयां, लाभार्थी बोले- यह योजना गरीबों के लिए संजीवनी
2025-04-21 HaiPress
लाभार्थियों ने कहा कि इन दवाओं के कारण मरीजों की आर्थिक बचत भी हो रही है.
वाराणसी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशवासियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए शुरू प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत देशभर में 'पीएम जन औषधि' केंद्र खोले जा रहे हैं. जहां लोगों को सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में 'पीएम जन औषधि' केंद्र पर बीपी,शुगर,कोलेस्ट्रॉल,थायराइड,हार्ट से संबंधित दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. 'पीएम जन औषधि' योजना का लाभ ले रहे कुछ लाभार्थियों ने अपना अनुभव साझा किया है.
वाराणसी में 'पीएम जन औषधि' केंद्र चला रहे अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस स्टोर को खोले हुए करीब पांच साल हो गए हैं और इन वर्षों में काफी बदलाव देखने को मिला है. शुरुआत में हमारे पास कुछ दवाइयां होती थीं. लेकिन,अब लगभग सभी प्रकार की दवाइयां लोगों को उपलब्ध कराई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र पर बीपी,हार्ट से संबंधित दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. जन औषधि के इस स्टोर से सैकड़ों मरीज लाभ उठा रहे हैं. यहां पर बाजार की तुलना में सस्ते दरों पर दवाइयां मिल रही हैं. जिससे मरीजों की आर्थिक बचत भी हो रही है.
जन औषधि केंद्र पर अच्छी और सस्ती दवाएं: लाभार्थी
लाभार्थी रमेश ने बताया कि जन औषधि केंद्र पर अच्छी दवाइयां मिल रही हैं. बाजार की तुलना में सस्ते दर पर दवाइयां मिल जाती हैं. मोदी सरकार द्वारा यह सभी के लिए अच्छी पहल है. पहले हम निजी मेडिकल स्टोर से दवाइयां खरीदते थे. लेकिन,अब यहां से दवाइयां ले रहे हैं.उषा सिंह ने कहा कि मैं पहले बाजार से शुगर की दवाई लेती थी,जो कि काफी महंगी मिलती थी. लेकिन,मैं अब जन औषधि केंद्र से अपनी सारी दवाइयां लेती हूं. यहां पर सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. पीएम मोदी का आभार कि वह सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए यह लाभकारी योजना लाए.
गरीबों के लिए संजीवनी हैंजन औषधि केंद्र: लाभार्थी
एक अन्य लाभार्थी ने बताया कि जन औषधि केंद्र पर सस्ते दर पर दवाइयां मिल रही हैं. पीएम मोदी की यह योजना गरीबों के लिए संजीवनी है. उन्होंने बताया कि निजी स्टोर पर दवाइयां काफी महंगी मिलती हैं. मैं पीएम मोदी का आभार जताना चाहता हूं कि वह गरीबों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं.(हेडलाइन के अलावा,इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है,यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)