राजस्थान : दूल्हे को घोड़ी पर बैठने के लिए लेना पड़ा पुलिस का सहारा, जानें क्या है पूरा मामला

2024-11-22 HaiPress

पुलिस की मौजूदगी में धूमधाम से निकाली बारात .

खैरथल:

राजस्थान के भिवाड़ी जिले के लाहडोद गांव में एक दूल्हे कोअपनी बारात में घोड़ी पर बैठने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ा. दरअसल इस गांव में आजतक किसी दलित दूल्हे की बारात घोड़ी पर नहीं निकली थी. ऐसे मेंआशीष की शादी जब तय हुई,तो उसने ठान ली कि वो अपनी बारात घोड़ी पर ही निकालेगा. शादी वाले दिन आशीष ने घोड़ी पर ही जाने कीजिद पकड़ ली और पुलिस से मदद मांगी. जिसके बाद भारी पुलिस की मौजूदगी में उसकी बारात निकाली गई. इस दौरान दो थानों की पुलिस जाप्ता गांव में मौजूद रही.

दरअसल आशीष और उसके परिवार वालों को डर थाघोड़ी पर बैठकर बारात निकाली तो विशेष समुदाय के लोग उनपर हमला न कर दें. ऐसे में इन्होंने पुलिस से मदद मांगी औप कोटकासिम थाने में विशेष समुदाय के खिलाफ शिकायत की.

शादी वाले दिन दो थानों के एसएसचओ के साथ भारी पुलिस जाप्ता लाहडोद गांव पहुंचे और पुलिस की मौजूदगी में घोड़ी पर बारात निकाली.कोटकासिम थानाधिकारी नंदलाल जांगिड़ ने बताया कि उन्हें लिखित में शिकायत मिली थी कि विशेष समुदाय के लोग निकासी को लेकर झगड़ा कर सकते है. जिसकी सूचना पर पुलिस पहुंची और शांतिपूर्ण तरीके से घोड़ी पर दूल्हे की निकासी निकाली गई. मौके पर भिवाड़ी सीआईडी इंचार्ज और किशनगढ़बास थाने के थानाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे.

रिपोर्टर-Kritarth Singh Thakur

ये भी पढ़ें-हिमाचल सरकार के 6 सीपीएस को अयोग्य ठहराए जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक,जानें पूरा मामला

डिस्क्लेमर: यह लेख अन्य मीडिया से पुन: पेश किया गया है। रिप्रिंट करने का उद्देश्य अधिक जानकारी देना है। इसका मतलब यह नहीं है कि यह वेबसाइट अपने विचारों से सहमत है और इसकी प्रामाणिकता के लिए जिम्मेदार है, और कोई कानूनी जिम्मेदारी वहन नहीं करती है। इस साइट पर सभी संसाधन इंटरनेट पर एकत्र किए गए हैं। साझा करने का उद्देश्य केवल सभी के सीखने और संदर्भ के लिए है। यदि कॉपीराइट या बौद्धिक संपदा उल्लंघन है, तो कृपया हमें एक संदेश छोड़ दें।
© कॉपीराइट 2009-2020 ई-पत्रिका      हमसे संपर्क करें   SiteMap