Explainer: क्या है वो बिटकॉइन विवाद, जिसे लेकर सुप्रिया सुले और बीजेपी आमने-सामने, डिटेल में समझिए

2024-11-20 HaiPress

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बिटकॉइन वाला विवाद समझिए.

मुंबई:

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग चल रही है. इस बीच बिटकॉइन मामला (Bitcoin Controversy In Maharashtra) लगातार गर्म है. एनसीपी नेता सुप्रिया सुले पर बिटकॉइन धोखाधड़ी का आरोप लगा है. हालांकि वह इसे बीजेपी का चुनावी स्टंट करार दे रही हैं. सुले के भाई और राज्य के डिप्टी सीएम अजीत पवार भी सुले पर लगे आरोपों के सही होने की तरफ इशारा कर रहे हैं. इस बारे में पूछे जाने पर अजित ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार जांच का आदेश देगी और सच्चाई सामना आ जाएगी. बारामती से विधानसभा चुनाव लड़ रहे अजित पवार ने कहा कि जांच के बाद ऑडियो क्लिप की सच्चाई सामने आएगी. जिन पर आरोप लगा है,उनमें से एक मेरी बहन है और दूसरे के साथ भी मैंने बहुत काम किया है. ऑडियो क्लिप में उनकी आवाजें हैं,उनकी आवाज को मैं आसानी से पहचान सकता हूं. जांच के बाद सब साफ हो जाएगा.

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बिटकॉइन मामला क्या है?

महाराष्ट्र में वोटिंग से करीब 12 घंटे पहले 2004 के पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले को लेकर कुछ ऐसा कह दिया,जिस पर राजनीतिक उबाल उठने लगा. उन्होंने सुले पर 2018 में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि इस करेंसी का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव अभियान में किया गया. उन्होंने ये भी दावा किया कि एक बिटकॉइन डीलर अमिताभ गुप्ताने ही उनको सुले और नाना पटोले के शामिल होने की बात बताई थी. दोनों 150 करोड़ के बिटकॉइन पहले ही बेच चुके हैं. अभी भी उनके पास कई सौ करोड़ की करेंसी बची है. पूर्व आईपीएस अधिकारी के इस आरोप के बाद बीजेपी भी एनसीपी-कांग्रेस पर हमलावर हो उठी. बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और सुले,पटोले और डीलर की बातचीत का वीडियो शेयर कर दिया.

बीजेपी क्या दावा कर रही

IPS अधिकारी के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए बीजेपी भी हमलावर हो उठी. राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी,सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर चुनाव रिजल्ट को प्रभावित करने के लिए अवैध बिटकॉइन लेनदेन के इस्तेमाल का आरोप लगाया. बीजेपी नेता ने दावा किया कि विदेशी धन के ज़रिए चुनाव प्रभावित करने की कोशिश की गई.

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा," एक आरोपी डीलर ने पूर्व पुलिस अधिकारी से संपर्क किया. डीलर ने कहा कि वह नकद में बिटकॉइन का लेनदेन करना चाहता है. अधिकारी ने उसकी अपील को नहीं माना. हालांकि,डीलर ने उसे समझाने की कोशिश की,उसने यह दावा किया कि कुछ 'बड़े लोग' शामिल हैं,जो कथित तौर पर नाना पटोले और सुप्रिया सुले का नाम ले रहे हैं. जब अधिकारी ने शक जताया तो डीलर ने उसे ऑडियो क्लिप भेज दिया."बीजेपी नेता ने कहा कि डीलर के दावे के तहत,ऑडियो क्लिप में चुनाव के लिए पैसे की जरूरत का जिक्र किया गया है. अब हमारे पास कांग्रेस पार्टी से पांच सवाल हैं.

पहला सवाल : क्या आप बिटकॉइन के लेनदेन में शामिल हैं?दूसरा सवाल : क्या आप गौरव गुप्ता या मेहता नाम के शख्स के संपर्क में हैं?तीसरा सवाल : क्या ये आपके नेताओं की चैट है?चौथा सवाल : क्या क्लिप में ऑडियो ऑथेंटिक है?पांचवां सवाल : जिन 'बड़े लोगों' का जिक्र हैं,वे कौन हैं?


सुप्रिया सुले ने क्या कहा?

सुप्रिया सुले ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी को इस मुद्दे पर बहस की चुनौती दे डाली. उन्होंने कहा,"मैं अपने खिलाफ लगाए गए सुधांशु त्रिवेदी के सभी आरोपों से इनकार करती हूं. ये सब अनुमान और संकेत है. मैं बीजेपी के किसी भी प्रतिनिधि के साथ सार्वजनिक मंच पर बहस के लिए तैयार हूं."सुप्रिया सुले ने कहा," उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं. इसमें हैरानी की कोई बात नहीं है. यह मामला चुनाव से एक रात पहले झूठी सूचना फैलाने का है." इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी सासंद पर झूठे आरोप लगाने को लेकर आपराधिक और मानहानि नोटिस जारी करने की बात भी कही. सुले ने कहा कि वह सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं.

'झूठे आरोप बीजेपी ही लगा सकती है'

वायरल ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज है,अजित पवार के इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर सुले ने मुस्कुराते हुए कहा," वह अजित पवार हैं,वह कुछ भी कह सकते हैं. राम कृष्ण हरि." वहीं शरद पवार का कहना है कि जिस शख्स ने आरोप लगाया है,वह कई महीनों से जेल में था. उसके साथ मिलकर झूठे आरोप लगाने का काम सिर्फ बीजेपी ही कर सकती है. नाना पटोले ने भी आरोपों को खारिज कर कहा कि यह बीजेपी की राजनीतिक साजिश है. इसके खिलाफ वह शिकायत दर्ज कराएंगे.

बिटकॉइन है क्या?

बिटकॉइन एक डी-सेंट्रलाइज़्ड डिजिटल करेंसी है. यह दुनिया में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. इस पर बैंकों या सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. दुनियाभर के सर्वरों पर बिटकॉइन के लेनदेन का रिकॉर्ड रखा जाता है. दुनियाभर के देशों में मान्यता प्राप्त करेंसी नहीं होने के बाद भी यह लगातार आगे बढ़ रही है. जिस तरह हर मुल्क में अलग करेंसी रुपया,डॉलर,यूरो वगैहर होते हैं,ठीक वैसे ही क्रिप्टोकरेंसी में भी अलग-अलग करेंसी हैं,जिनमें बिटकॉयन सबसे ज़्यादा लोकप्रिय है. बिटकॉयन क्रिप्टोकरेंसी का एक प्रकार है.


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